Vivah Muhurt 2025: जानिए साल 2025 में विवाह के शुभ मुहूर्त

2025 में विवाह के शुभ मुहूर्त

हिंदू धर्म में विवाह को जीवन के सबसे महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक माना गया है। यह न केवल दो व्यक्तियों को, बल्कि उनके परिवारों को भी जोड़ता है। विवाह के लिए सही मुहूर्त का चयन करना बेहद आवश्यक है, क्योंकि शुभ मुहूर्त में किया गया विवाह जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और सौभाग्य लेकर आता है।

अगर आप भी 2025 में विवाह की योजना बना रहे हैं, तो इस लेख में जानें कि इस वर्ष विवाह के लिए कौन-कौन से शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं।


विवाह मुहूर्त का महत्व

शुभ मुहूर्त में विवाह संपन्न करना सिर्फ एक धार्मिक मान्यता नहीं, बल्कि हमारे शास्त्रों के अनुसार, यह वैवाहिक जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और अनुकूलता का संचार करता है।

  • आध्यात्मिक दृष्टिकोण: शुभ मुहूर्त में ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति अनुकूल होती है, जिससे वैवाहिक जीवन में सामंजस्य और समृद्धि बनी रहती है।
  • सांस्कृतिक महत्व: शुभ मुहूर्त का चयन यह सुनिश्चित करता है कि विवाह समारोह में कोई विघ्न न आए और दंपति का जीवन सुखमय हो।

2025 के विवाह के शुभ मुहूर्त

साल 2025 में विभिन्न तिथियों पर विवाह के लिए अनुकूल समय उपलब्ध हैं। आइए जानते हैं महीनेवार शुभ तिथियां:

जनवरी 2025

  • शुभ तिथियां: 15 जनवरी, 20 जनवरी, 25 जनवरी
  • नक्षत्र: मृगशिरा, हस्त, अनुराधा
  • समय: प्रातः 7:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक

फरवरी 2025

  • शुभ तिथियां: 3 फरवरी, 8 फरवरी, 17 फरवरी
  • नक्षत्र: पुष्य, उत्तरा फाल्गुनी, रेवती
  • समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक

अप्रैल 2025

  • शुभ तिथियां: 12 अप्रैल, 15 अप्रैल, 21 अप्रैल
  • नक्षत्र: स्वाति, श्रवण, चित्रा
  • समय: शाम 5:30 बजे से रात 10:30 बजे तक

मई 2025

  • शुभ तिथियां: 1 मई, 10 मई, 25 मई
  • नक्षत्र: रोहिणी, मघा, पूर्वाषाढ़ा
  • समय: प्रातः 6:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक

नवंबर 2025

  • शुभ तिथियां: 11 नवंबर, 18 नवंबर, 24 नवंबर
  • नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी, श्रवण, मूल
  • समय: सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक

दिसंबर 2025

  • शुभ तिथियां: 5 दिसंबर, 13 दिसंबर, 21 दिसंबर
  • नक्षत्र: अश्विनी, धनिष्ठा, उत्तरा भाद्रपदा
  • समय: प्रातः 7:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक

विवाह मुहूर्त चुनने के महत्वपूर्ण बिंदु

  1. कुंडली मिलान: विवाह के लिए तिथि तय करने से पहले वर-वधू की कुंडली का मिलान करवाना आवश्यक है।
  2. ग्रह-नक्षत्र की स्थिति: ज्योतिषाचार्य से परामर्श करके यह सुनिश्चित करें कि विवाह तिथि पर ग्रहों की स्थिति अनुकूल है।
  3. स्थानीय पंचांग: विभिन्न स्थानों पर पंचांग के अनुसार मुहूर्त बदल सकते हैं, इसलिए स्थानीय पंचांग से तिथि की पुष्टि करें।

शुभ मुहूर्त में विवाह के लाभ

  1. वैवाहिक जीवन में सामंजस्य: ग्रहों और नक्षत्रों की अनुकूलता से दांपत्य जीवन में प्रेम और संतुलन बना रहता है।
  2. विघ्नों का नाश: शुभ समय में किए गए विवाह से जीवन में आने वाले संभावित विघ्न समाप्त हो जाते हैं।
  3. सुख और समृद्धि: सही मुहूर्त में विवाह से दंपति के जीवन में आर्थिक और सामाजिक समृद्धि आती है।

निष्कर्ष

विवाह सिर्फ एक धार्मिक रस्म नहीं है, बल्कि यह जीवन को नई दिशा देने वाला संस्कार है। साल 2025 में विवाह के लिए कई शुभ तिथियां उपलब्ध हैं, जिनका चयन सही परामर्श और ज्योतिषीय गणना के साथ करें।

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