कार्तिक मास में नारीकेला दीपक का महत्व: शिव कृपा और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक

हिंदू धर्म में कार्तिक मास का विशेष महत्व है। यह महीना भगवान शिव की उपासना और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए पवित्र माना जाता है। इस दौरान नारीकेला दीपक (नारियल का दीपक) जलाने की परंपरा प्रचलित है, जो शिव की कृपा पाने का एक साधन है और मनोकामनाओं की पूर्ति का अवसर प्रदान करता है।

नारीकेला दीपक Sanatan gurukulam

नारीकेला दीपक का प्रतीकात्मक महत्व

नारीकेला, यानी नारियल, को पवित्रता और सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है। इस दीपक को प्रज्वलित करने से न केवल भगवान शिव की कृपा मिलती है, बल्कि जीवन में आने वाले कष्टों का निवारण भी होता है। नारीकेला दीपक का प्रकाश घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, जिससे शांति और समृद्धि का आगमन होता है।

नारीकेला दीपक कैसे बनाएं और जलाएं

आवश्यक सामग्री:

  • सूखा नारियल
  • घी
  • दीपक बाती
  • हवन सामग्री या धूप

बनाने और प्रज्वलित करने की विधि:

  1. सबसे पहले सूखे नारियल के ऊपरी हिस्से को काटें, ताकि उसमें घी डाला जा सके।
  2. नारियल के अंदर घी भरें और एक दीपक बाती रखें।
  3. इस दीपक को शिवलिंग या भगवान शिव की प्रतिमा के सामने रखें और प्रज्वलित करें।

पूजा के दौरान जाप:

  • नारीकेला दीपक जलाने के बाद “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें।
  • शिवलिंग पर जल, पुष्प, और बिल्व पत्र अर्पित करें।
  • भगवान शिव से अपने मन की कामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करें।

नारीकेला दीपक जलाने के लाभ

  1. सुख-शांति और समृद्धि: दीपक के प्रकाश से घर में शांति और समृद्धि का माहौल बनता है।
  2. भगवान शिव की विशेष कृपा: कार्तिक मास में शिव जी की उपासना से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
  3. सकारात्मक ऊर्जा: दीपक जलाने से घर का वातावरण सकारात्मकता से भर जाता है और नकारात्मकता दूर होती है।
  4. पारिवारिक कल्याण: यह दीपक परिवार में स्वास्थ्य, सुख, और सौहार्द्र बनाए रखता है।

शुभ तिथियों पर दीपक प्रज्वलन

कार्तिक मास में विशेष रूप से सोमवार, प्रदोष, और त्रयोदशी तिथियों पर नारीकेला दीपक जलाना अत्यंत फलदायी माना गया है। इन दिनों में शिव पूजा करने से विशेष आशीर्वाद मिलता है और जीवन में उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।

ध्यान रखने योग्य बातें

  • नारीकेला दीपक को शिवलिंग या मंदिर में ही प्रज्वलित करें।
  • पूजा के समय शुद्धता और स्वच्छता बनाए रखें।
  • नारियल दीपक जलाने के बाद घर में घी का दीपक जलाना भी शुभ माना गया है।

कार्तिक मास में नारीकेला दीपक जलाने की यह साधना भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त करने का सरल मार्ग है, जो जीवन को सुख, शांति और समृद्धि से भर देती है

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