आज की तेज़ रफ्तार और प्रतिस्पर्धात्मक जीवनशैली में, ऑफिस न सिर्फ़ काम का स्थान बन गया है, बल्कि यहां भावनाएं, आकर्षण और व्यक्तिगत रिश्तों का जाल भी बुन जाता है। कई बार, एक सामान्य दोस्ती कब एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर में बदल जाती है, पता ही नहीं चलता। लेकिन जब यह रिश्ता सीमाएं पार करने लगता है, तब न सिर्फ़ निजी जीवन प्रभावित होता है, बल्कि करियर, मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक छवि भी खतरे में पड़ जाती है।
अगर आपके ऑफिस में ऐसा कोई रिश्ता चल रहा है, तो इसे नजरअंदाज करने या छिपाने की जगह, समझदारी से इसका समाधान करना ज़रूरी है।
Table of Contents

1. सच का सामना करें – खुद से ईमानदार रहें
सबसे पहले खुद से सवाल पूछें:
- क्या यह सिर्फ़ शारीरिक आकर्षण है या गहरी भावनाएं जुड़ी हैं?
- क्या यह रिश्ता आपके जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते को नुकसान पहुंचा रहा है?
- क्या आप गिल्ट (guilt) महसूस कर रहे हैं?
सच का सामना करना पहला कदम है समाधान की ओर।
2. सीमा तय करें – Boundaries Set करें
ऑफिस में प्रोफेशनलिज़्म बहुत ज़रूरी है। अगर रिश्ता अब तक छुपा हुआ था, तो अब स्पष्ट सीमा रेखाएं तय करें:
- पर्सनल चैट बंद करें
- लंच/ब्रेक साथ बिताना बंद करें
- अनावश्यक नजरें या फिजिकल क्लोजनेस से बचें
ये छोटे लेकिन मजबूत कदम हैं जो आपको भावनात्मक उलझनों से निकाल सकते हैं।
3. अपने जीवनसाथी से बात करें (यदि संभव हो)
अगर रिश्ता गंभीर हो चुका है और आपका वैवाहिक जीवन पहले से अस्थिर है, तो अपने पार्टनर से ईमानदारी से संवाद करें। यह कठिन हो सकता है, लेकिन यह सबसे साहसी और सही कदम हो सकता है।
“सच चाहे जितना भी कड़वा हो, झूठ से बेहतर होता है।”
4. पेशेवर मदद लें – काउंसलिंग करें
एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर का मनोवैज्ञानिक असर गहरा होता है।
काउंसलर या मैरिज थेरेपिस्ट से बात करना आपके निर्णय को स्पष्ट कर सकता है और आपको मानसिक संतुलन में मदद कर सकता है।
5. करियर पर ध्यान दें – खुद को री-फोकस करें
अपने करियर के लक्ष्यों पर दोबारा फोकस करें।
- नई स्किल्स सीखें
- ट्रांसफर या डिपार्टमेंट चेंज पर विचार करें
- खुद को किसी रचनात्मक प्रोजेक्ट में व्यस्त रखें
इससे आपका ध्यान इधर-उधर की उलझनों से हटेगा और आप खुद को दोबारा पा सकेंगे।
निष्कर्ष:
ऑफिस में एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर एक भावनात्मक भूलभुलैया है, जिससे बाहर निकलने के लिए साहस, आत्मचिंतन और सही मार्गदर्शन ज़रूरी है। यह न केवल आपके निजी जीवन को बल्कि आपकी प्रोफेशनल इमेज को भी प्रभावित कर सकता है।
“रिश्तों में गलती होना इंसानी फितरत है, लेकिन उसे स्वीकार कर सही निर्णय लेना इंसान की समझदारी है।”